CRPF (Central Reserve Police Force) और Indian Army दोनों भारत की सुरक्षा व्यवस्था का हिस्सा हैं, लेकिन दोनों की जिम्मेदारियाँ, कार्यक्षेत्र और सुविधाएँ काफी भिन्न होती हैं। आइए दोनों के बीच के मुख्य अंतर, वेतन, और मिलने वाली सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानें।
1. मुख्य कार्य और जिम्मेदारियाँ
CRPF (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल):
CRPF गृह मंत्रालय के अधीन आता है और मुख्यतः देश के आंतरिक सुरक्षा कार्यों में तैनात होता है। इसके मुख्य कार्यों में नक्सलवाद, आतंकवाद, साम्प्रदायिक हिंसा और दंगों को नियंत्रित करना शामिल है। साथ ही, यह चुनावों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने और VIP सुरक्षा में भी तैनात होता है।
इसके जवानों का कार्यक्षेत्र मुख्य रूप से घरेलू क्षेत्रों में होता है, और वे आंतरिक शांति बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
भारतीय सेना:
भारतीय सेना रक्षा मंत्रालय के अधीन कार्य करती है और इसका मुख्य कार्य देश की बाहरी सीमाओं की रक्षा करना है। सेना के जवानों को दुश्मन देशों से रक्षा, सीमाओं की सुरक्षा, और युद्धकालीन परिस्थितियों में तैनात किया जाता है।
भारतीय सेना को सीमाओं की रक्षा के अलावा आपातकालीन स्थिति जैसे बाढ़, भूकंप, और अन्य प्राकृतिक आपदाओं में भी मदद के लिए बुलाया जाता है।
2. वेतन और ग्रेड पे
CRPF में वेतन:
CRPF के जवानों का शुरुआती वेतन लगभग ₹30,000-₹50,000 प्रति माह होता है, जिसमें विभिन्न भत्ते शामिल हैं। भत्तों में आवास भत्ता, चिकित्सा भत्ता, और रिस्क अलाउंस शामिल हैं।
समय के साथ और रैंक में वृद्धि होने पर वेतन भी बढ़ता है, और उच्च रैंक पर यह ₹1,00,000 से अधिक भी हो सकता है।
भारतीय सेना में वेतन:
भारतीय सेना में एक सैनिक का शुरुआती वेतन लगभग ₹25,000-₹30,000 प्रति माह होता है, जबकि अधिकारी स्तर पर यह वेतन ₹50,000-₹1,50,000 के बीच होता है। सैनिकों और अधिकारियों को सेना में भी विभिन्न प्रकार के भत्ते मिलते हैं, जिनमें विशेषत: हार्ड एरिया अलाउंस, शांति भत्ता, और ऊँचाई भत्ता शामिल हैं।
सेना में अधिक रैंक और अनुभव के साथ वेतन में भी वृद्धि होती है, और उच्च रैंक पर यह ₹2,00,000 तक हो सकता है।
3. मिलने वाली सुविधाएँ और लाभ
CRPF में सुविधाएँ:
CRPF के जवानों को मुफ्त चिकित्सा सुविधाएं मिलती हैं। साथ ही, वे राज्य और केंद्रीय सरकार की कई योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं।
उन्हें पोस्टिंग क्षेत्र के अनुसार भत्ते मिलते हैं, और बच्चों की शिक्षा के लिए भी विशेष योजनाएं लागू की जाती हैं।
रिटायरमेंट के बाद पेंशन और अन्य सुविधाएं दी जाती हैं, लेकिन हाल में नई पेंशन योजना लागू होने के बाद कुछ बदलाव आए हैं।
भारतीय सेना में सुविधाएँ:
सेना के जवानों को चिकित्सा, आवास, और राशन के अलावा अन्य कई भत्ते भी दिए जाते हैं। उनका रहने और खाने की सुविधा में सब्सिडी होती है, जो उन्हें हर पोस्टिंग में मिलती है।
सेना के जवानों के बच्चों की शिक्षा और अन्य कल्याणकारी योजनाओं के तहत भी कई लाभ प्रदान किए जाते हैं।
रिटायरमेंट के बाद पेंशन, CSD (Canteen Store Department) सुविधा, और पूर्व सैनिकों के लिए विशेष योजनाएं भी उपलब्ध हैं।
4. कार्य शर्तें और जीवनशैली
CRPF के कार्य शर्तें:
CRPF के जवानों को लम्बी अवधि तक एक ही क्षेत्र में तैनाती मिल सकती है, और ज्यादातर उनकी तैनाती कठिन क्षेत्रों में होती है।
उनकी पोस्टिंग आतंकवाद प्रभावित क्षेत्रों में होने से जोखिम ज्यादा रहता है और उन्हें अपनी सेवाएं देश के विभिन्न हिस्सों में देने के लिए हमेशा तैयार रहना पड़ता है।
भारतीय सेना के कार्य शर्तें:
सेना के जवानों को समय-समय पर सीमावर्ती क्षेत्रों में भेजा जाता है। कठिन मौसम और दुर्गम स्थानों में काम करना पड़ता है, जिसमें बर्फीले क्षेत्र, ऊंचाई पर स्थित पोस्टिंग और युद्धग्रस्त क्षेत्र भी शामिल होते हैं।
सेना में अनुशासन और कठोर जीवनशैली का पालन अनिवार्य होता है, और सैनिकों को किसी भी समय आपात स्थिति के लिए तैयार रहना होता है।
निष्कर्ष: कौन सी नौकरी बेहतर है?
CRPF और भारतीय सेना दोनों ही सेवाओं का देश के प्रति महत्वपूर्ण योगदान है। जहां एक ओर CRPF आंतरिक सुरक्षा का काम करती है और देश के भीतर शांति व्यवस्था बनाए रखती है, वहीं भारतीय सेना देश की सीमाओं की सुरक्षा करती है और बाहरी खतरों से रक्षा करती है।
इन दोनों सेवाओं में भत्ते और वेतन के साथ-साथ, कार्य का प्रकार और कार्यक्षेत्र भी बहुत अलग होता है। सुविधाओं के मामले में सेना के जवानों को थोड़े अधिक लाभ मिलते हैं, लेकिन CRPF के जवानों को भी गृह मंत्रालय के तहत कई प्रकार की सुविधाएं मिलती हैं।